۲ آذر ۱۴۰۳ |۲۰ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 22, 2024
मौलाना

हौज़ा/अल्लाह तआला ने रमज़ान उल मुबारक को अपना महीना कहा हैं यह महीना सब महीने से अफ़ज़ल व रहमतों का महीना हैं लिहाज़ा हर इंसान को अपने परवरदिगार से सच्ची नियतो और पाक़ दिलों के साथ दुआ करनी चाहिए

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,मऊ/ घोसी इमाम जुमआ शिया जामा मस्जिद बड़ागाँव मौलाना अहमद अब्बास व ( ईरान) से मौलाना मोहम्मद अकील मौलाना सैय्यद अली फकरी ने बताया कि महीने साल सब अल्लाह पाक के बनाये हुए हैं।

मगर जिस तरह सारी मखलूक में अल्लाह पाक ने इंसान को अशरफ उल मखलूकात यानि सब से बेहतर इंसान को बनाया हैं। उसी तरह हर महीनों में सबसे अफज़ल और सबसे बेहतर महीना रमज़ान को बताया है।

अल्लाह ताला ने रमजान महीने को अपना महीना कहा है । यह महीना सब महीने से अफ़ज़ल व रहमतों का महीना हैं । इस महीने में चार आसमानी किताब नाजिल हुई हैं जिसमे तौरेत 13 रमजान को नाजिल हुई हैं। तो इंजील 18 रमजान को एवं ज़बूर 22 रमजान को हुई हैं और कुरान मजीद भी इसी पाक माह में शबे कद्र यानी 23 रमजान को नाज़िल हुई हैं।

बताया गया हैं कि रमज़ान की पहली तारीख को आसमान के सभी दरवाजे खोल दिये जाते हैं और माह के आखरी रात तक बन्द नही होते हैं लिहाजा हर इंसान को अपने परवरदिगार से सच्ची नियतो और पाक़ दिल के साथ दुआ करें।

इस महीने में दुआए जरूर कुबूल होती हैं। अल्लाह पाक़ अपने बन्दों पर रहमत भरी नज़र करता हैं और बन्दा जो नेक नीयत से साफ दिल से मांगता हैं अल्लाह पाक़ उसकी दुआ जरूर कबूल करता है। ये पाक महीना रहमतों, बरकतों एवं गुनाहों से तौबा करने का महीना है। इस माह में इबादत करनी चाहिये, कुरान पाक की तिलावत करनी चाहिए गुनाहों से परहेज करते हुए गरीबो की मदद फकीरों एवं मिश्किनो को खाना खिलाना चाहिये।

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